Krishi Sakhi Yojana 2024: कृषि सखी योजना 2024 भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत, 90,000 महिलाओं को आधुनिक कृषि तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने का प्रयास है।
उद्देश्य
कृषि सखी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को परा-एक्सटेंशन वर्कर के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा, जिससे वे न केवल अपनी आजीविका कमा सकेंगी, बल्कि अन्य किसानों की भी मदद कर सकेंगी। यह योजना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और कृषि उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से बनाई गई है।
विशेषताएँ
- ट्रेनिंग प्रोग्राम: योजना के तहत महिलाओं को 56 दिनों की व्यापक ट्रेनिंग दी जाएगी।
- आधुनिक तकनीकें: ट्रेनिंग में आधुनिक कृषि तकनीकों, जैविक खाद, मिट्टी परीक्षण आदि की जानकारी दी जाएगी।
- प्रमाणपत्र: ट्रेनिंग के बाद महिलाओं को परा-एक्सटेंशन वर्कर का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
- व्यापक कवरेज: योजना 12 राज्यों में लागू की जा रही है, जिसमें गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं।
- आर्थिक सहायता: प्रशिक्षित महिलाओं को प्रति वर्ष ₹60,000 से ₹80,000 तक की आय का अवसर मिलेगा।
लाभ
आर्थिक सशक्तिकरण
Krishi Sakhi Yojana का मुख्य लाभ आर्थिक सशक्तिकरण है। प्रमाणित कृषि सखी विभिन्न कृषि योजनाओं में भाग लेकर प्रति वर्ष ₹60,000 से ₹80,000 तक कमा सकती हैं।
कौशल विकास
व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को मूल्यवान कौशल प्रदान करता है जिसे वे अपनी कृषि प्रथाओं को सुधारने में उपयोग कर सकती हैं। यह कौशल विकास न केवल महिलाओं को लाभ पहुंचाता है, बल्कि उनके समुदायों की कृषि उत्पादकता को भी बढ़ाता है।
सतत खेती
आधुनिक और सतत कृषि तकनीकों को बढ़ावा देकर, कृषि सखी योजना पर्यावरणीय स्थिरता में योगदान करती है। जैविक इनपुट्स और मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन प्रथाओं का उपयोग करने से खेती की गतिविधियों का पारिस्थितिक पदचिह्न कम होता है।
समुदाय विकास
यह योजना महिलाओं को कृषि में नेतृत्व की भूमिकाएं निभाने के लिए सशक्त बनाकर सामुदायिक विकास को बढ़ावा देती है। कृषि सखी के रूप में, ये महिलाएं अपने ज्ञान और कौशल को अन्य किसानों के साथ साझा कर सकती हैं, जिससे उनके समुदायों की कुल कृषि प्रथाओं में सुधार होता है।
आवश्यक दस्तावेज़
कृषि सखी योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट आकार की तस्वीरें
- शैक्षिक प्रमाणपत्र
- बैंक खाता विवरण
- जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
पात्रता मानदंड
कृषि सखी योजना के लिए पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:
- यह योजना केवल महिलाओं के लिए है।
- गरीब और निम्न आय वर्ग की महिलाएं इस योजना के लिए पात्र होगी।
- आवेदक की आयु 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक को निर्दिष्ट राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों का निवासी होना चाहिए।
- न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए।
- आवेदक को कृषि में वास्तविक रुचि होनी चाहिए और प्रशिक्षण लेने के लिए तैयार होना चाहिए।
कृषि सखी योजना 2024 किन राज्यों में शुरू की गयी हैं?
- राजस्थान
- मध्य प्रदेश
- गुजरात
- महाराष्ट्र
- तमिलनाडु
- उत्तर प्रदेश
- मेघालय
- छत्तीसगढ़
- झारखंड
- ओडिशा
- आंध्र प्रदेश
- कर्नाटक
कृषि सखी को किस प्रकार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है?
कृषि सखी योजना के अंतर्गत महिलाओं को कई प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं:
- मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन: महिलाओं को मृदा परीक्षण और उर्वरक के उपयोग के बारे में सिखाया जाता है।
- जैविक इनपुट्स: जैविक खाद और कीटनाशक बनाने और उपयोग करने की विधियाँ सिखाई जाती हैं।
- बीज प्रसंस्करण: उच्च गुणवत्ता वाले बीज का चयन, प्रसंस्करण और भंडारण के तरीके सिखाए जाते हैं।
- आधुनिक कृषि तकनीकें: ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग, और अन्य आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रयोग सिखाया जाता है।
Krishi Sakhis Yojna 2024 के प्रशिक्षण के बाद निम्न जॉब मिलेगा
प्रशिक्षण के बाद, कृषि सखी निम्नलिखित प्रकार के काम कर सकती हैं:
- परा-विस्तार कार्यकर्ता: कृषि सलाहकार के रूप में काम करना और किसानों को सहायता प्रदान करना।
- कृषि उत्पादक संगठन (FPO) के सदस्य: विभिन्न कृषि उत्पादक संगठनों के साथ जुड़ना और उनके माध्यम से काम करना।
- जैविक खाद और कीटनाशक विक्रेता: जैविक उत्पादों का उत्पादन और बिक्री करना।
- मृदा और फसल विशेषज्ञ: मृदा परीक्षण और फसल प्रबंधन में विशेषज्ञता प्राप्त करना।
निष्कर्ष
कृषि सखी योजना 2024 एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि प्रशिक्षण और कौशल विकास के माध्यम से सशक्त बनाना है। व्यापक प्रशिक्षण, प्रमाणन, और आर्थिक सशक्तिकरण के अवसर प्रदान करके, यह योजना कई महिलाओं और उनके समुदायों के जीवन को बदलने की क्षमता रखती है।
बढ़ी हुई आय, सतत कृषि प्रथाओं, और सामुदायिक विकास के लाभ इस योजना को भारत में लैंगिक समानता और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनाते हैं। यदि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं और कृषि में रुचि रखते हैं, तो कृषि सखी योजना के लिए आवेदन करने पर विचार करें और अपने समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाएं।